*सीबीआई ने, शिकायतकर्ता से 30,000 रु. की रिश्वत मांगते और स्वीकार करने के दौरान ग्रामीण बैंक, बिजनौर उत्तर प्रदेश के शाखा प्रबंधक एवं एक निजी व्यक्ति सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया*
ब्यूरो
(सूचना अनुभाग)
5-बी,सी.जी.ओ. संयोजन
लोधी रोड, नई दिल्ली-110003
आपकी बात समाचार
दिनांक: 09.08.2024
*सीबीआई ने, नौकरानी से 30,000 रु. ग्रामीण क्षेत्र में बैंक के सहायक कर्मचारी और स्वीकृति के लिए, वित्तीय उत्तर प्रदेश के शाखा प्रबंधक और एक निजी व्यक्ति सहित दो चार लोगों को गिरफ्तार किया गया*
सेंट्रल ब्यूरो ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रथम यू.पी. ग्रामीण, कोटकादर शाखा, रेलवे, उत्तर प्रदेश शाखा प्रबंधक और सहयोगी उनके निजी व्यक्ति ने उस समय दो चार लोगों को गिरफ़्तार किया, जब उनसे 60,000 रु. की छूट दी गयी. वृषभ राशि की पहली किस्त 30,000 रु. की रिश्वत की मांग एवं स्वीकार कर रहे थेल
नासिक ने इंटरनैशनल शाखा प्रबंधक, प्रथमा यू.पी. ग्रामीण बैंक, कोटकादर शाखा, रेजीनगर (यूपी) के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें आरोप है कि ग्रामीण ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (पीएमजेपी) योजना के तहत 6 लाख रुपये हड़प लिए हैं। 60,000 रु. अवैध ऋण लेने के लिए ऋण की मांग की गई थी।
किसान ने जाल बिछाया एवं भाई (लोक सेवक) सहयोगी एवं (निजी व्यक्ति) को 30,000 रु. रिश्वत मांगते और स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथों में फंस गए (रिश्वत राशि 60,000 रु. की पहली किस्त थी)।
फ़ोर्सिफ़ (उत्तर प्रदेश) में पिरामिडों के दोनों पिरामिडों की जर्नी ली जा रही है, जिसमें अवलोकन/सामग्री बरामद हुई है।
गिरफ़्तार को सामान्य मामलों के विशेष न्यायाधीश, ग़ाज़ियाबाद में पेश किया जाएगा।
इस मामले में जांच जारी हैहै
संपादक
अशोक कुमार पाण्डेय
की विशेष रिपोर्ट
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